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प्राइवेट लिमिटेड कंपनी क्या होती है तथा रजिस्ट्रेशन कैसे करवाए।
कंपनी से आशय कम्पनी अधिनियम, 2013 के अधीन रजिस्ट्रर्ड फर्म से है। यह प्राइवेट लिमिटेड या पब्लिक लिमिटेड हो सकती है।
प्राइवेट लिमिटेड कंपनी क्यों बनानी चाहिए?
एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में किसी भी प्रोपराइटरी फर्म या पार्टनरशिप फर्म से ज्यादा एडवांटेज होते हैं, जैसे:
1. लिमिटेड लाइबिलिटी : एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सदस्यों का दायित्व उनके द्वारा खरीदे गए शेयरों तक ही सीमित होता है, प्रोपराइटरी फर्म या पार्टनरशिप फर्म की तरह कंपनी के दायित्वों के लिए उनकी व्यक्तिगत संपत्ति को बेचा नहीं जा सकता है।
2. देनदारो में अच्छी साख : बैंक या अन्य फाइनेंस इंस्टिट्यूशन किसी भी प्रोपराइटरी फर्म या पार्टनरशिप फर्म की तुलना में कंपनी को अधिक महत्व देते हैं तथा आसानी से वित्तीय सुविधा उपलब्ध करवा देते हैं।
3. बाजार में अच्छी साख : आमजन के मध्य कंपनी के स्थायित्व को लेकर भरोसा होता है जिससे व्यावसायिक संबंधों को आसानी होती है।
4. बड़े व्यवसायों के लिए आवश्यक: प्रोपराइटरी फर्म या पार्टनरशिप फर्म मे सीमित संसाधनों की वजह से बड़े व्यापारियों को कंपनी की आवश्यकता होती है जिससे उन्हें लोन लेने में आसानी हो, टेंडर प्राप्त करने में आसानी हो, एक राज्य के बाहर या देश के बाहर से इंपोर्ट एक्सपोर्ट करना सुलभ हो।
प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाने के लिए क्या क्या चाहिए?
एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का रजिस्ट्रेशन भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 के नियमों के अधीन होता है, जिनके तहत आपको निम्न आवश्यक शर्तों की पूर्ति करना जरूरी है।
1. कम से कम दो सदस्य (सब्सक्राइबरस)
2. कम से कम दो डायरेक्टर (जो सदस्य हैं वो भी डायरेक्टर बन सकते हैं, अतः आपको कुल मिलाकर दो व्यक्तियों की आवश्यकता होगी)
3. प्रारंभिक पूंजी निवेश (प्राइवेट लिमिटेड मात्र 10000 के प्रारंभिक निवेश के साथ भी बनाई जा सकतीं हैं। )
4. एक पंजिकृत कार्यालय के लिए कार्यस्थल।
प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाने के लिए क्या क्या डॉक्युमेंट्स चाहिए?
1. सभी सदस्यों/डायरेक्टर्स का PAN CARD
2. सभी सदस्यों/डायरेक्टर्स का AADHAR CARD
3. सभी सदस्यों/डायरेक्टर्स का VOTER ID या Driving License
4. सभी सदस्यों/डायरेक्टर्स का बैंक स्टेटमेंट जिसमें पिछले दो महीनों में कोई इंट्री हो रखी हो या फिर लेटेस्ट मोबाइल बिल।
5. पंजिकृत कार्यालय का किरायानामा या रजिस्ट्रेशन की कॉपी।
6. पंजिकृत कार्यालय का लेटेस्ट बिजली बिल।
7. सभी सदस्यों/डायरेक्टर्स की पासपोर्ट साइज फोटो
8. अन्य दस्तावेज जिनके प्रारूप Lawfox द्वारा बनाकर दिए जाएंगे।
प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाने की प्रक्रिया।
1. कंपनी के नाम को रिजर्व करवाने हेतु आवेदन।
2. नाम स्वीकृति के पश्चात आवश्यक दस्तावेजों की ड्राफ्टिंग तथा डिजिटल सिग्नेचर बनाना।
3. कंपनी रजिस्ट्रेशन हेतु आवेदन।
4. रजिस्ट्रार द्वारा आवेदन की जांच तथा रजिस्ट्रेशन को स्वीकृति।
कंपनी रजिस्ट्रेशन के पश्चात किए जाने वाले आवश्यक कार्य।
1. 180 दिन के भीतर कंपनी का खाता खुलवाकर, उसमें निवेश की राशी जमा करवाना तथा रजिस्ट्रार को सुचित करना।
2. 30 दिन में आडिटर को अपोइंट करना तथा इसकी सूचना रजिस्ट्रार को देना।
3. हर वर्ष कंपनी की ऑडिट करवाना तथा इनकम टैक्स रिटर्न भरना।
4. हर वर्ष कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट तथा खातो को कंपनी रजिस्ट्रार को फाइल करना।
5. हर वर्ष डायरेक्टर की KYC अपडेट करना।
6. कंपनी अधिनियम के तहत अन्य सुचनाएं फाइल करना।
Lawfox द्वारा कंपनी रजिस्ट्रेशन तथा रजिस्ट्रेशन के पश्चात की जाने वाली सभी फाइलिंग तथा ऑडिट की सुविधा उचित शुल्क पर उपलब्ध करवाई जाती है। आज ही अपनी कंपनी मात्र 5000 रूपए में रजिस्टर करवाने के लिए 08949540261 पर संपर्क करें।
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